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लेखनी ,# कहानीकार प्रतियोगिता # -01-Jul-2023 मेरा बाप मेरा दुश्मन भाग 12

          

                             मेरा बाप मेरा दुश्मन  (  भाग 12  )

     अब तक आप पिछले भागौ में पढ़  चुके हो कि किस तरह तान्या व विशाल भागकर  कर शादी कर लेते है । उनके घर एक बेटी रमला आजाती है । दूसरी तरफ तान्या के मम्मी पापा बेटी के भागजाने से दुःखी होकर आत्महत्या कर लेते हैं। इससे तान्या को टेन्शन होजाती है। तान्या को ट्यूमर होजाता है और उसकी मौत होगयी। विशाल  दूसरी शादी कर लेता है।

                 सारिका की सहेली सलौनी उसे रमला को कही बेचने का लालच देती है और इसके लिए  सलौनी रमला को फसाने के लिए  जाल बुनती है।इसके आगे की कहानी इस भाग में पढ़िए। 

                          सलौनी ने अपने पडौ़स के एक लड़के को  लालच दिया। वह उस लड़के को  सारिका के पास लेकर गयी।लड़के का नाम विक्रम था।

       विक्रम वहाँ आने जाने लगा।  सलौनी ने उसे पहले समझा दिया था कि वहाँ रहने वाली लड़की रमला को किसी भी तरह अपने प्यार में फसाना है। जब वह अच्छी तरह फस जायेगी तब आगे क्या करना है हम बतायेगे।

  विक्रम इसके लिए तैयार नहीं था तब सारिका व सलौनी  ने उसको सारिका के घर धोके से बुलाया।

      जब विक्रम  वहाँ पहुँचा और उसने डोरबैल बजाई तब अन्दर से आवाज आई कि कौन हो।

      विक्रम बोला," मैं विक्रम हूँ।"

      सारिका ने उत्तर दिया," दरवाजा खुला है ।अन्दर आजाओ। दरवाजा लाक करते आना। "

   विक्रम अन्दर पहुँचा तो वह अन्दर का दृश्य देखकर वापिस जाने लगा।

     सलौनी भी वहाँ छिपी हुई थी।

   तब सारिका बोली," अब जब सब देखलिया तो शरमाकर क्यौ जारहे हो। चुपचाप अच्छे बच्चे की तरह अन्दर आजाओ। और तुम भी मजे ले लो । "

    वह शरमाता हुआ बोला," नहीं आन्टी  मैने  कुछ नहीं देखा।"

आन्टी कहने पर सारिका आग बबूला होते हुए बोली " मै तुम्है आन्टी दिखती हूँ। अरे वेवकूफ डार्लिंग बोल और मजे लूट।,"

   अब विक्रम बाहर जाने लगा । तब सारिका ने उसे दौड़कर पकड़ लिया और उसे अपने बैड पर बिठाकर  उसके कपडे़ उतारने लगी।
विक्रम बोला," यह आप क्या कर रही हो। मै एसा नहीं कर सकता हूँ।"

    सारिका ने उसे बैड पर गिरा दिया और उससे लिपटकर उसपर चुम्बनौ की बौछार करने लगी। अब विक्रम भी उसका साथ देने लगा क्यौकि वह भी एक मर्द  था।

    विक्रम भी उससे लिपट कर वही सब दुहराने लगा । उसी समय सलौनी छिपकर उसका वीडियो बनाने लगी। इसका अहसास विक्रम को नहीं हुआ।

      उस समय जो कुछ हुआ उसने उसका वीडियो  सलौनी ने बना लिया।  विक्रम उस समय चलागया। बाद में सारिका ने उसे फौन करके सारी बात बताई और उसे अपने घर बुलाया।

      विक्रम को सारिका ने वह वीडियो दिखाया और बोली," अब तुझे हमारे कहने के अनुसार चलना होगा । यदि तूने मना किया  तो यह वीडियो विशाल को दिखाकर तुझे जेल भिजवाऊँगी।

    अब विक्रम उन दौनौ के चंगुल में बुरी तरह  फस चुका था। उसको अब उन दौनौ की बात माननी पडे़गी। यदि नहीं मानेगा तो बदनामी होगी।

       विक्रम  सारिका के पास आने जाने लगा। जब सारिका का दिल करता वह उसके साथ हम बिस्तर हो जाती। विक्रम चाबी वाला  खिलौना बन चुका था या यौ कहिए उसका रिमोट उन दौनौ के हाथ में था।

       एक दिन उसकी नजर रमला पर पडी़। आँखें चार हुई। रमला को देखते ही विक्रम को उस पर दया आने लगी। वह अब तक उसको जानता नहीं था। उसके कारनामें देखकर अच्छे लोग सोचने को मजबूर हो जाते थे।

      लेकिन विक्रम को तो रमला से नकली प्यार का नाटक करके उस मछली को अपने जाल में  फसाना था। और विक्रम इसी उद्देश्य को लेकर चल रहा था।

      एक दिन उसकी  सारिका ने रमला से मुलाकात करवाई रमला पर सारिका का जादू चल ही रहा था क्यौकि रमला के कहने पर  सारिका ने विकास का आना जाना बन्द कर दिया था। इस लिए रमला आपनी सौतेली माँ की चहेती बनती जारही थी।

     रमला सारिका  की नीयत को नहीं पहचान सकी उसको पता नहीं था कि इसके अन्दर क्या चल रहा है।  यह अन्दर कौनसा खेल खेलने की तैयारी कर रही है।

      सारिका विक्रम को रमला से अकेले  में मिलने के अवसर देती रहती थी। लेकिन वह इतनी जल्दी उसको अपने दिल की बात कहने से डर रहा था।

       जबकि सारिका व सलौनी उसके ऊपर  इसके लिए बार बार  दबाब डाल रही थी। क्यौकि उनको डर था कि रमला कहीं किसी दूसरे से प्यार न करती हो। इसलिए वह इसबात को भी क्लीयर  करना चाहती थी।

  विक्रम रमला के जितना पास जाना चाहता था वह उतना ही दूर जाना चाहती थी।

  जबकि विक्रम को रमला से बास्तव में मुहब्बत होती जारही थी। और एक दिन विक्रम  रमला से बोला," रमला      I Love You,

      रमला यह सुनकर बहुत जोर से हसी और बोली " मिस्टर पागल होगये हो क्या ? यह जोक किसी और को सुनाना।"

      विक्रम बोला," रमला यह जोक नहीं है। यह मेरे दिल की आवाज है।इसे  समझने की कोशिश करो।

     रमला बोली ," क्या तुम लड़कौ पर इसके अलावा कोई और काम नही है। तुम केवल लड़कियौ को देखकर प्यार ही करने की कोशिश करते रहते हो। कुछ काम भी कर लिया करो।"

       विक्रम रमला की बात सुनकर चुप होगया कुछ भी नहीं बोला।

रमला उसको चुप देखकर बोली," ओ मजनू की औलाद चुप क्यौ है। दो बोल मीठे बोल दो और तुम  लड़के प्यार का गीत गाने लगते हो।"

   रमला की फटकार सुनकर विक्रम कुछ नही बोला और वहाँ से चलागया। रमला उसको जाता हुआ देखकर और जोर जोर से हसने लगी।

     उसी समय वहा सारिका आगयी और उसको इसतरह हसता हुआ देखकर पूछने लगी," रमला इतनी बुरी तरह कायौ हसरही है ऐसा क्या बम फूट गया कि तू हसे ही जारही है। "

         सारिका  के पुछने पर वह और जोर से हसने लगी और वह भागकर बाथ रूम में चलीगयी।

    सारिका को सब मालूम था कायौकि वह बाहर खडी़ सब सुन रही थी।

                       क्रमशः आगे की कहानी अगले भाग में पढ़िए। 


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4 Comments

Gunjan Kamal

14-Jul-2023 12:17 AM

👏👌

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Sushi saxena

12-Jul-2023 10:57 PM

Nice 👍🏼

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Varsha_Upadhyay

12-Jul-2023 08:41 PM

शानदार भाग

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